अब सालों भर जा सकेंगे लेह

3 अक्टूबर 2020 को मनाली लेह के बीच अटल सुरंग के उदघाटन के साथ ही लेह की यात्रा आसान हो गई है। इससे सालों भर सड़क मार्ग से लेह जाया जा सकेगा। जून 2010 में सोनिया गांधी ने मनाली से लेह के बीच सुरंग बनाए जाने की आधारशिला रखी थी। रोहतांग में स्थित 9.02 किलोमीटर लंबी ये टनल मनाली को लाहौल स्फीति से जोड़ती है। इस टनल की वजह से मनाली और लाहौल स्फीति घाटी सालों भर एक-दूसरे से जुड़े रह सकेंगे। इससे पहले बर्फबारी की वजह से लाहौल स्फीति घाटी साल के 6 महीनों तक देश के बाकी हिस्सों से कट जाती थी। वास्तव में अटल टनल का आकार घोड़े की नाल जैसा है। इसका दक्षिणी किनारा मनाली से 25 किलोमीटर की दूरी पर समुद्र तल से 3060 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जबकि उत्तरी किनारा लाहौल घाटी में तेलिंग और सिस्सू गांव के नजदीक समुद्र तल से 3071 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

( ATAL TUNNEL, MANALI, LEH, LADDAKH ) 

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